फिर एक बार
सीमा का अतिक्रमण
फिर एक बार पड़ोसी देश की कायराना हरकत
फिर एक बार हमारे सैनिकों की शहादत
फिर से पक्ष बिपक्ष का हंगामा
फिर से आँकड़ों की बाजीगरी का खेल
फिर से एक बार
घटना की निंदा करने बाले बयानों की बहार
फिर से
भारत माता के सच्चे पुत्र की मौत
यानि
माता पिता का पुत्र खोना
बेटी का पिता खोना
बहन का भाई खोना
पत्नी का सब कुछ खोना
फिर एक बार जिंदगी की कीमत मुआबजे से लगाना
फिर एक बार
आखिर कब तक
प्रस्तुति:
मदन मोहन सक्सेना
सीमा का अतिक्रमण
फिर एक बार पड़ोसी देश की कायराना हरकत
फिर एक बार हमारे सैनिकों की शहादत
फिर से पक्ष बिपक्ष का हंगामा
फिर से आँकड़ों की बाजीगरी का खेल
फिर से एक बार
घटना की निंदा करने बाले बयानों की बहार
फिर से
भारत माता के सच्चे पुत्र की मौत
यानि
माता पिता का पुत्र खोना
बेटी का पिता खोना
बहन का भाई खोना
पत्नी का सब कुछ खोना
फिर एक बार जिंदगी की कीमत मुआबजे से लगाना
फिर एक बार
आखिर कब तक
प्रस्तुति:
मदन मोहन सक्सेना
sahi kaha aapne aakhir kab tak ......
ReplyDeleteजब तक हम सहेंगे ... तब तक तो ये होगा ही ...
ReplyDeleteआपको स्वतंत्रता दिवस की बधाई और शुभकामनायें ...
पता नहीं आखिर कब तक ...
ReplyDeleteबर्दाश्त करने योग्य नहीं है
आपकी इस ब्लॉग-प्रस्तुति को हिंदी ब्लॉगजगत की सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुतियाँ ( 6 अगस्त से 10 अगस्त, 2013 तक) में शामिल किया गया है। सादर …. आभार।।
ReplyDeleteकृपया "ब्लॉग - चिठ्ठा" के फेसबुक पेज को भी लाइक करें :- ब्लॉग - चिठ्ठा