मेरा भारत महान
जय हिंदी जय हिंदुस्तान मेरा भारत बने महान
गंगा यमुना सी नदियाँ हैं जो देश का मन बढ़ाती हैं
सीता सावित्री सी देवी जो आज भी पूजी जाती हैं
यहाँ जाति धर्म का भेद नहीं सब मिलजुल करके रहतें हैं
गाँधी सुभाष टैगोर तिलक नेहरु का भारत कहतें हैं
यहाँ नाम का कोई जिक्र नहीं बस काम ही देखा जाता है
जिसने जब कोई काम किया बह ही सम्मान पाता है
जब भी कोई मिले आकर बो गले लगायें जातें हैं
जन आन मान की बात बने तो शीश कटाए जातें हैं
आजाद भगत बिस्मिल रोशन बीरों की ये तो जननी है
प्रण पला जिसका इन सबने बह पूरी हमको करनी है
मथुरा हो या काशी हो चाहें अजमेर हो या अमृतसर
सब जातें प्रेम भाब से हैं झुक जातें हैं सबके ही सर.
प्रस्तुति:
मदन मोहन सक्सेना
बहुत सुन्दर ...
ReplyDeleteअनेकानेक धन्यवाद सकारात्मक टिप्पणी हेतु.
Deleteसुन्दर विचार .आभार .आभार आपकी टिपण्णी का
ReplyDeleteVirendra Sharma @Veerubhai1947
ध्यान योग में छिपा है मनोरोगों का समाधानhttp://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/2013/01/blog-post_1333.html …
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19mVirendra Sharma @Veerubhai1947
ram ram bhai मुखपृष्ठ सोमवार, 28 जनवरी 2013 पांचहज़ार साला हमारी योग ध्यान और मननशीलता की परम्परा http://veerubhai1947.blogspot.in/
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Thanks Virendra Sharmaji.
Deleteकाश ये भाव आज फिर जाग्रत हों...बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति...
ReplyDeleteप्रोत्साहन के लिए आपका हृदयसे आभार . सदैव मेरे ब्लौग आप का स्वागत है .
Deleteप्रतिक्रियार्थ आभारी हूँ
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