मेरी पोस्ट कोशिश जागरण जंक्शन पर
प्रिय मित्रों मुझे बताते हुए बहुत प्रसन्न्ता हो रही है की मेरी पोस्ट कोशिश जागरण जंक्शन पर छपी है. पोस्ट पर आप की प्रतिक्रिया अबश्य दें . http://madansbarc.jagranjunction.com/?p=441 कोशिश has been featured on Jagran Junction Click Here to visit your blog : मैं, लेखनी और जिंदगी Thanks! JagranJunction Team
जिंदगी
दिल के पास हैं लेकिन निगाहों से बह ओझल हैं क्यों असुओं से भिगोने का है खेल जिंदगी। जिनके साथ रहना हैं ,नहीं मिलते क्यों दिल उनसे खट्टी मीठी यादों को संजोने का है खेल जिंदगी। किसी के खो गए अपने, किसी ने पा लिए सपनें क्या पाने और खोने का है खेल जिंदगी। उम्र बीती और ढोया है, सांसों के जनाजे को जीवन सफर में हँसने रोने का है खेल जिंदगी। किसी को मिल गयी दौलत, कोई तो पा गया शोहरत मदन बोले , काटने और बोने का ये खेल जिंदगी।
प्रस्तुति: मदन मोहन सक्सेना