होली के अबसर पर
पानी की बर्बादी की बात करने बाले
शिवरात्रि पर शिव पर दूध अर्पित करने को
कुपोषण से जोड़ने बाले
और दूध की कमी का रोने बाले
प्रकाश उत्सब पर पर्याबरण की चिंता करने बाले
तथाकथित बुद्धिजीबी लोग
कल बकरीद आने बाली है
हम भी
आपके मुख से
जीब हत्या और
सही क़ुरबानी के मायने
क्या हैं
इस पर आपके बिचार जानने को इच्छुक हैं
देखते है कि
आपका मुँह खुलेगा भी या नहीं
मदन मोहन सक्सेना
आपकी ब्लॉग पोस्ट को आज की ब्लॉग बुलेटिन प्रस्तुति ब्लॉग बुलेटिन - पुण्यतिथि ~ चन्द्रधर शर्मा 'गुलेरी' में शामिल किया गया है। सादर ... अभिनन्दन।।
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (14-09-2016) को "हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ" (चर्चा अंक-2465) पर भी होगी।
ReplyDelete--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
bilkul sahi kaha aapne main bhi ye hi sochti hun
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