क्या बतायें आज कल ये हाल अपना हो गया है
पैर ढकता हूँ जब मैं, बाहर सर फिर हो गया है .
इजाफ़ा
आलू, टमाटर ,फल की कीमत में इजाफ़ा हो गया
इजाफ़ा होकर प्याज सौ रुपए हो गया
दूध में प्रति लीटर दो रुपए इज़ाफा हो गया
पेट्रोल दस रुपए महँगा हो गया
डीजल ,एल पी जी गैस में इजाफा हो गया
बस ,ट्रेन और हबाई किराया में इज़ाफा किया गया
मोबाइल कम्पनियों ने कॉल रेट में इजाफ़ा किया
बिजली कम्पनियों ने बिजली की दरों में इजाफ़ा कर दिया
सेट टॉप बॉक्स की दरों में इजाफ़ा किया गया
स्कूल फीस , कोचिंग फीस में इजाफ़ा किया गया
आज कल आम आदमी को ये सब सुनना
आम हो गया है।
क्या बतायें आज कल ये हाल अपना हो गया है
पैर ढकता हूँ जब मैं, बाहर सर फिर हो गया है .
मदन मोहन सक्सेना
इजाफा इजाफा इजाफा ... सब कुछ बढ़ रहा है ... नेताओं का पैसा भी बढ़ रहा है ...
ReplyDeleteमस्त व्यंग ...
बहुत खूब -सब कुछ इजाफ़ा होगया ,इंसान कि कीमत घट गया
ReplyDeleteनई पोस्ट मैं
आज की बुलेटिन भैरोंसिंह शेखावत, आर. के. लक्ष्मण और ब्लॉग बुलेटिन में आपकी इस पोस्ट को भी शामिल किया गया है। सादर .... आभार।।
ReplyDeleteउम्दा कविता
ReplyDeleteबहुत सुंदर.
ReplyDeleteनई पोस्ट : उत्सवधर्मिता और हमारा समाज
Ekdum sach kaa bayan.
ReplyDeleteNicely written.
Vinnie