मंगलमय हो आपको दीपो का त्यौहार
जीवन में आती रहे पल पल नयी बहार
ईश्वर से हम कर रहे हर पल यही पुकार
लक्ष्मी की कृपा रहे भरा रहे घर द्वार..
मुझको जो भी मिलना हो ,बह तुमको ही मिले दौलत
तमन्ना मेरे दिल की है, सदा मिलती रहे शोहरत
सदा मिलती रहे शोहरत ,रोशन नाम तेरा हो
ग़मों का न तो साया हो, निशा में न अँधेरा हो
दिवाली आज आयी है, जलाओ प्रेम के दीपक
जलाओ प्रेम के दीपक ,अँधेरा दूर करना है
दिलों में जो अँधेरा है ,उसे हम दूर कर देंगें
मिटा कर के अंधेरों को, दिलों में प्रेम भर देंगें
मनाएं हम तरीकें से तो रोशन ये चमन होगा
सारी दुनियां से प्यारा और न्यारा ये बतन होगा
धरा अपनी ,गगन अपना, जो बासी बो भी अपने हैं
हकीकत में बे बदलेंगें ,दिलों में जो भी सपने हैं
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
काब्य प्रस्तुति :
मदन मोहन सक्सेनाकाब्य प्रस्तुति :
मंगलमय हो आपको दीपो का त्यौहार
ReplyDeleteजीवन में आती रहे पल पल नयी बहार
ईश्वर से हम कर रहे हर पल यही पुकार
लक्ष्मी की कृपा रहे भरा रहे घर द्वार..
सुन्दर रचना....
शुभकामनाएँ....
बहुत ही बढ़िया कविता..... शुभकामनायें आपको भी....
ReplyDeleteहैप्पी दिवाली .....
ReplyDeleteदीपों का त्योहार यह, दिल से मनाओ भाई ;
ReplyDeleteजगमग हो संसार यूं, ये "दीप" दे बधाई |
मेरी नई पोस्ट-बोलती आँखें
मनाएं हम तरीकें से तो रोशन ये चमन होगा
ReplyDeleteसारी दुनियां से प्यारा और न्यारा ये बतन होगा
धरा अपनी ,गगन अपना, जो बासी बो भी अपने हैं
हकीकत में बे बदलेंगें ,दिलों में जो भी सपने हैं ...aamin.....bahut acchi prastuti....
बहुत उम्दा अभिव्यक्ति ,,,,,
ReplyDeleteदीपक नगमे गा रहे,मस्ती रहे बिखेर
सबके हिस्से है खुशी,हो सकती है देर.,,,
RECENT POST:..........सागर
तम को हरने आ गया, दीपों का त्यौहार।
ReplyDeleteहँसते दीपक बाल दो, सदन-सदन के द्वार।।
बहुत सुंदर...दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें!
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