Writer and Poet. Play with words to express feelings.
बहुत बढ़िया...
बिलकुल सही लिखा है आपने, सब अपने कर्तव्यों से मुह मोड़ रहे हैं, कहीं कहीं हम भी दोषी हैं जो अत्याचार सह रहे हैं.अच्छी प्रस्तुति.शुभकामनायें
बहुत बढ़िया...
ReplyDeleteबिलकुल सही लिखा है आपने, सब अपने कर्तव्यों से मुह मोड़ रहे हैं, कहीं कहीं हम भी दोषी हैं जो अत्याचार सह रहे हैं.
ReplyDeleteअच्छी प्रस्तुति.
शुभकामनायें