अलबिदा बा
टीवी की जानीमानी
अभिनेत्री और दर्शकों की 'बा' सुधा शिवपुरी का आज सुबह निधन हो गया. वे 78
वर्ष की थी. वे लोकप्रिय टीवी सीरीयल 'क्योंकि सास भी कभी बहु थी' में
'बा' के किरदार में नजर आई थी और इसके बाद उनके फैंस उन्हें इसी नाम से
जानते थे.
14 जुलाई 1937 को मध्यप्रदेश के इंदौर में पैदा हुईं सुधा शिवपुरी ने
टीवी सीरियल्स के अलावा कई हिंदी फिल्मों में भी काम किया। उन्होंने अपनी
बीमार मां को मदद देने के लिए बहुत कम उम्र में ही अभिनय शुरू कर दिया था।
1977 में प्रदर्शित बासु चटर्जी की फिल्म 'स्वामी' उनकी पहली फिल्म थी।
इस तरह उनका फिल्मी सफर शुरू हुआ। जिसके बाद उन्होंने 'इंसाफ का
तराजू', 'सावन को आने दो', 'विधाता', 'पिंजर', और 'माया मेमसाब' जैसी
यादगार फिल्मों में काम किया।
सुधा शिवपुरी ने 1968 में एक्टर ओम शिवपुरी के साथ शादी की। ये तब की
बात है, जब उनके पति संघर्ष कर रहे थे। इसके बाद दोनों ने एक थियेटर कंपनी
शुरू की। 1990 में पति की मौत के बाद सुधा ने एक बार फिर एक्टिंग की दुनिया
की तरफ रुख किया और उन्होंने 'मिसिंग', 'रिश्ते' और 'सरहदें बंधन', जैसे
टीवी शो में काम किया।
लेकिन उन्हें बड़ा ब्रेक 2000 में प्रोड्यूसर एकता कपूर के पॉपुलर
सीरियल 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' में मिला। इसमें उनके द्वारा निभाया
गया 'बा' का किरदार घर-घर में लोकप्रिय हुआ।एकता कपूर के ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ में कुलमाता की भूमिका निभाने
वाली सुधा ने कई टीवी धारावाहिकों में काम किया है, जिसमें ‘मिसिंग’,
‘रिश्ते’, ‘सरहदें’ और ‘बंधन’ शामिल हैं। उन्होंने ‘शीशे का घर’, ‘वक्त का
दरिया’, ‘दमन’’, ‘संतोषी मां,’, ‘यह घर’, ‘कसम से’ और ‘किस देश में है मेरा
दिल’ जैसे धारावाहिकों में भी काम किया है। उनका एक बेटा और बेटी है.सुधा शिवपुरी ने कई स्टार परिवार अवार्ड्स भी अपने नाम किये थे. भगबान उनकी आत्मा को शांति दे और उनके परिबार को संकट की इस घड़ी में धैर्य दे